बोल तू, ओ नीला आसमान!
बोल तू, ओ नीला आसमान! सपना तू, सपना मैं,गहरा तू, गहराई मैं,आज अपनी गहराइयों से जोड़ दे मेरा जहान, ओ आसमान!बोल तू, ओ नीला आसमान! शांत तू, शांत मैं,अनंत तू, अनंत मैं,आज खुलकर बाँध दे अपनी बाहों में मेरी जान, ओ आसमान!बोल तू, ओ नीला आसमान! मत देख यह फर्क़ पल भर का-नीलिमा मैं, धूसर … Read more