चंद्रमुख की श्वेत किरणें

चंद्रमुख की श्वेत किरणें


तुम्हारे चंद्रमुख से छनते,
श्वेत किरणों के उजले राग।
तुम्हारे होंठों की मुस्कान,
हिमालय की धवल चोटी का भाग।

तुम्हारे काजल से सजे नयन,
अमावस में चमकते सितारे जैसे।
तुम्हारे आंचल की हल्की हवा,
बसंत की मधुर बयार जैसे।

उधर सूरज की लाली है,
इधर चाँदनी की शीतल छाँव।
तुम्हारे पायल की रुनझुन,
बरसात की पहली बूँद का सावन।

तुम्हारे स्पर्श से महक उठे,
धरती के हर कोने का हरापन।
तुम्हारे कदमों की छाप से,
सजी धरती जैसे सजी हो धरा।

तुम्हारे साथ मेरा हर पल,
जैसे हो स्वर्ग का कोई गीत।
तुम हो प्रकृति की अनुपम कृति,
जिसमें रचा है जीवन का संगीत।

तुम्हारे चंद्रमुख से छनते,
श्वेत किरणों के उजले राग।
तुम्हारे होंठों की मुस्कान,
हिमालय की धवल चोटी का भाग।


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