तूफान की गूंज

तूफान की गूंज


तुम काले बादल समझ पाओगे?
काले बादल, सफेद बूँदें,

भरे गगन में गूंजती रागिनी,
बरसात की बूँदों की चमक, समझ पाओगे?

तुम काले बादल समझ पाओगे?
बरसते हैं ये जैसे बिखरी धुन,

छोटे-छोटे चमकते मोती,
नृत्य करते इन्हें देख, समझ पाओगे?

तुम काले बादल समझ पाओगे?
नीला आकाश चुराया है,

रौशनी की छांव में मिलाया है,
एक झल्क में सब कुछ बदल गया, समझ पाओगे?

तुम काले बादल समझ पाओगे?
उड़ते हैं ये दूर, अनदेखी दिशा में,

सपनों की बुनाई को तोड़ते,
फिर से समेटने की आस में, समझ पाओगे?

तुम काले बादल समझ पाओगे?


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