बोल तू, ओ नीला आसमान!

बोल तू, ओ नीला आसमान!


सपना तू, सपना मैं,
गहरा तू, गहराई मैं,
आज अपनी गहराइयों से जोड़ दे मेरा जहान, ओ आसमान!
बोल तू, ओ नीला आसमान!

शांत तू, शांत मैं,
अनंत तू, अनंत मैं,
आज खुलकर बाँध दे अपनी बाहों में मेरी जान, ओ आसमान!
बोल तू, ओ नीला आसमान!

मत देख यह फर्क़ पल भर का-
नीलिमा मैं, धूसर तू,
मेरा हर एक रंग, तेरी छाँव का दीवान, ओ आसमान!
बोल तू, ओ नीला आसमान!


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