नवीन दिशा की ओर

नवीन दिशा की ओर


सपनों की किरण जगाकर, चल नवीन दिशा की ओर,

संघर्षों से न घबराकर, तू अपनी राहें खोजता चल।

अंधकार में प्रकाश बन, तू बन जा दीपक अनमोल,

हर बंधन को तोड़कर, तू स्वतंत्रता की सांस लेता चल।

दृढ़ संकल्प को लेकर, मंजिल की ओर कदम बढ़ा,

हर बाधा को पार कर, तू अपना हौसला बनाए रख।

हर मुश्किल से निपटकर, तू बन जा साहस का प्रतीक,

जीवन पथ पर चल, सदा अपने लक्ष्य को साधता चल।

धैर्य और विश्वास संग, तू अपनी शक्ति को पहचान,

उज्ज्वल भविष्य की ओर, तू निरंतर बढ़ता चल।

हर कदम पर विजय तेरी हो, ये अटल विश्वास रख,

तू बन जा अपनी कहानी का नायक, और उसे रचता चल।


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