जल का मूल्य: जीवन की धड़कन
धरा की धड़कन, जीवन की आस,
प्रकृति का यह अनमोल एहसास,
जल ही जीवन, जल ही प्रकाश,
बिना इसके सब हो जाये निराश।
हर बूंद है सोने से कीमती,
समझो इसकी कीमत, न करो इसे बेपरवाह,
संभालो इसे जैसे अपनी सांस,
वरना खो जाएगा जीवन का अहसास।
पर्वतों से बहता, नदियों में खेलता,
धरती की प्यास बुझाता, जीवन को सींचता,
बिन जल के सब कुछ हो जाएगा वीरान,
इसलिए करो जल का सम्मान।
संभाल कर रखो हर एक बूंद,
आने वाले कल के लिए इसे बचाओ,
याद रहे, जल ही जीवन है,
इसे बचाकर ही जीवन को सजाओ।